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राजपूत महापंचायत का फ़ैसला- योगी आदित्यनाथ को छोड़ सभी भाजपा नेताओं का बहिष्कार!

 18 Apr 2024

उत्तर प्रदेश के राजपूत समाज ने महापंचायत कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को छोड़ सभी भाजपा के नेताओं का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। मंगलवार को मुज़फ़्फ़रनगर में आयोजित इस महापंचायत में बढ़ती बेरोज़गारी, अग्निवीर योजना, सरकारी योजनाओं का लागू ना होना और राजपूत समाज के ‘अपमान’ जैसे मुद्दे उठाये गये।



राजपूत महापंचायत में मुद्दों पर बात की गयी

उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फ़रनगर लोकसभा क्षेत्र के में आने वाले खेड़ा गॉंव में  इस राजपूत महापंचायत का आयोजन किया गया था। इस महापंचायत में बढ़ती बेरोज़गारी, सरकारी योजनाओं को ज़मीनी स्तर पर लागू न होने, अग्निवीर योजना और राजपूत समाज के ‘अपमान’ को लेकर भाजपा के विरोध का निर्णय किया गया। महापंचायत में सर्वसम्मति के साथ तय किया गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को छोड़कर, राजपूत समाज भाजपा के सभी नेताओं का विरोध करेगा।

महापंचायत का मानना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजपूत समाज की आवाज़ को उठाने का काम किया है, लेकिन भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा उनकी आवाज़ को नहीं सुना जा रहा है। महापंचायत ने मुज़फ्फ़रनगर लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार हरेंद्र मलिक को अपना समर्थन देना तय किया है जबकि मुज़फ्फ़रनगर से भाजपा के उम्मीदवार संजीव बालियान हैं। महापंचायत ने निर्णय किया है कि उत्तर प्रदेश की अन्य सीटों पर  उन उम्मीदवारों को समर्थन दिया जाएगा जो भाजपा को हराने की स्थिति में होगा।


वीपी सिंह को भारत रत्न क्यों नहीं ? 

राजपूत समाज की इस महापंचायत में यह भी सवाल उठाया गया कि भाजपा ने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिया तो राजपूत समाज से आने वाले प्रधानमंत्री वी.पी.सिंह को भारत रत्न क्यों नहीं दिया।  कुछ राजपूत नेताओं ने कहा कि मुज़फ्फ़रनगर में 2013 के दंगे के बाद खेड़ा गाँव में हुई महापंचायत से ही भाजपा का उदय हुआ था,  अब उसी गाँव में हो रही पंचायत भाजपा के पतन का कारण बनेगी।



योगी आदित्यनाथ को किया जा रहा है दरकिनार

महापंचायत के आयोजकों में से एक और मुज़फ़्फरनगर में किसान मज़दूर संगठन के अध्यक्ष दीपक सोम ने कहा, ‘भाजपा नेतृत्व योगी आदित्यनाथ की बात नहीं सुन रहा है, उत्तर प्रदेश में जिन उम्मीदवारों को टिकट बाँटा गया है उनमें से योगी आदित्यनाथ ने कितने उम्मीदवार चुने?, दिल्ली में बैठे लोग सभी निर्णय करते हैं और बाद में योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को आगे कर देते है, ताकि वो हमें समझा सके।’ 

इससे पहले राजपूत समाज ने सहारनपुर के नानौता में महापंचायत की थी। इस महापंचायत में भी राजपूत समाज के नेताओं ने टिकट वितरण, प्रतिनिधित्व और सरकारी योजनाओं को लागू न करने को लेकर केंद्र की मोदी सरकार के प्रति अपना ग़ुस्सा ज़ाहिर किया था।

किसान मज़दूर संगठन के अध्यक्ष पूरन सिंह ने कहा, ‘कोई भी राष्ट्रवाद, पाकिस्तान या चीन से ड़राकर वोट नहीं ले पायेगा, हमने मोदी के अश्वमेध के घोड़े ‘400 पार’ के नारे को पकड़ लिया है, जिसे हम चुनाव के बाद ही छोड़ेंगे।’ उन्होंने कहा कि इस मुहिम में उनके साथ 36 जातियां भी शामिल हैं, इसके अलावा मुस्लिम समुदाय भी अपना समर्थन दे रहा है।